व्यवसायिक मत्स्यपालनसँ वार्षिक ११ लाख आम्दानी

 

सुनसरी

सुनसरी सदरमुकाम इनरुवा–५ के रमेश कटुवाल ६ बिघामे व्यावसायिक माछापालन लेल पोखरी निर्माण केलैन ।जमीन भाडामे ल ओ अपना सहित दूव्यक्तिके साझेदारीमे रु ३१ लाख लगानी छ बिघा क्षेत्रफलमे पोखैर बनौलैथ । पोखैरमे बिगहेड, रहु, नैनी, कोमन , पंगास (बैखी) माछ पालन केने छैथ । ओ कहलैथ,“ वार्षिकरुपमे रु ११ लाखधैर आम्दानी भेल अइछ ।”

पोखैरसँ वार्षिकरुपमे बिगहेड, रहु, नैनी, कोमन प्रजातिक ५० क्विन्टल माछ उत्पादन भेल छै तँ पंगास(बैखी) जाइतके एक सओ क्विन्टल उत्पादन भेल ओ बतौलैन । पछिला समयमे व्यवसायी कटुवाल परम्परागतसङे नवका प्रजातिक माछ उत्पादन करैत आएल छैथ । जिलाक विभिन्न स्थानमे पंगास माछपालनमे आकर्षण देखाओल गेल अइछ । किसान एकर व्यावसायिक उत्पादन शुरू क रहल हुनक कहब छैन । कम क्षेत्रफलमे कमे लगानी क ई माछ बेसी उत्पादन भेलासँ ई माछपालनदिस स्थानीय किसानके आकर्षण बेसी रहल हुनक कहब छैन । सब उमेर समूहक लोककेँ स्वादिष्ट बुझेलाक बाद पंगास माछपालनकेँ व्यावसायिक रूपमे करैत आएल ओ जानकारी देलैन अइछ ।

परम्परागत माछसँ पंगासके उत्पादन आ उत्पादकत्व क्षमता बेसी रहल ओ जानकारी देलैन । पंगास माछपालनके क्षेत्रफल वार्षिकरुपमे बइढ़ रहल भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवाविज्ञ केन्द्र इनरुवा जनौलक अइछ । सुनसरीमे पाँच सओ ८२ हेक्टर क्षेत्रफलमे व्यावसायिक माछापालन भ रहल केन्द्रक निमित्त कार्यालय प्रमुख डा मनोजकुमार महतो जानकारी देलैन ।

प्रतिक्रिया
सम्बन्धित खवर